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मणिपुर सामान्य ज्ञान Manipur General Knowledge

स्थापना दिवस – 21 जनवरी 1972
राजधानी – इम्फाल
सबसे बड़ा शहर – इम्फाल
उच्च न्यायालय – मणिपुर
राजभाषा – मणिपुरी
जनसंख्या – 28,55,794
जनसंख्या घनत्व – 129 /किमी
क्षेत्रफल – 22,347 किमी
जिलों की संख्या – 16
साक्षरता दर – 76. 94%
लिंगानुपात – 1000/985
राजकीय पशु – संगाई
राजकीय पक्षी – नोन्मनीं
राजकीय पुष्प – शिराय
राजकीय वृक्ष – यूनिंगथो
विधान सभा में सीटों की संख्या – 60
राज्य सभा में सीटों की संख्या – 1
लोक सभा में सीटों की संख्या – 2
डाक सूचक संख्या – 795
वाहन अक्षर – MN

1. मणिपुर राज्य की सीमाऐं उत्तर और दक्षिण में मिज़ोरम, पश्चिम में असम, और पूर्व में अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से म्यांमार लगा हुआ है।
2. मणिपुर का शाब्दिक अर्थ ‘आभूषणों की भूमि’ है। इस राज्य को रानी गैन्डिल्यू के लिए भी जाना जाता है तथा वहीँ यह छेत्र को सुभाषचंद्र बोस द्वारा अंगरेजों को हारने के लिए भी जाना जाता है।
3.भारत की स्वतंत्रता के पहले यह रियासत थी। वर्ष 1949 में भारतीय संघ में विलय के बाद इसे C वर्ग का राज्य बनाया गया, फिर बाद में इसे पुनः 1956 के पुर्नगठन कानून के अंतर्गत इस केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया। वर्ष 1972 में इसे पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया।
4. मणिपुर में नागा और कूकी जाति की लगभग 60 जनजातियाँ निवास करती हैं। यहाँ के लोग संगीत और कला में बड़े प्रवीण होते हैं। यहाँ कई बोलियाँ बोली जाती हैं।
5. मणिपुर में कृषि और वानिकी आय के प्रमुख स्रोत हैं। यहाँ की मुख्य फ़सल चावल 72 प्रतिशत इलाके में उगाई जाती है।
6. मणिपुर में मक्का, गन्ना, सरसों, तंबाकू, आलू, रबर, चाय, धान, सोयाबीन, निम्बू, केला अदि का उत्तपादन होता है।
7. कृषि राज्य की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है। 70 प्रतिशत लोग कृषि पर ही निर्भर हैं। राज्य में कृषि कुल क्षेत्र 10.48 प्रतिशत है।
8. राज्य में कुल 17,219 वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र है। इनमें 6,536 वर्ग किलोमीटर में घने वन है। इसके अतिरिक्त राज्य में 10,681 वर्ग किलोमीटर में खुले वन है, ये राज्य के भौगोलिक क्षेत्र का लगभग 77.12 प्रतिशत हैं।
9. मणिपुर के उखरूल ज़िले के शिराय ग्राम में स्वर्गपुष्प कहे जाने वाले शिराय लिली (लिलियम मैक्लीनी) नामक फूल मिलते हैं, जो विश्व में किसी दूसरे स्थान पर नहीं पाये जाते हैं।
10. मणिपुर के 16 जिले इस प्रकार है – बिष्णुपुर, छुरछंदपुर, चंदेल, पोरोमपंत, सेनापति, तमेंगलोंग, थौबल, उखरूल, लाम्फेलपात, कक्किंग, जिरीबाम, कमजोंग, नोनी, फेरजॉल, टेंगनूपाल और कांगपोकपि जिला है।
11. यहां तीन प्रमुख जनजातियां निवास करती हैं। घाटी में मीतई जनजाति और बिष्णुप्रिया मणिपुरी रहती है तो नागा और कूकी-चिन जनजातियां पहाड़ियों पर रहती हैं।
12.मणिपुर के मूल निवासी मेइती जनजाति के लोग हैं। इनकी भाषा मेइतिलोन है, जिसे मणिपुरी भाषा भी कहते हैं। यह भाषा 1992 में भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में जोड़ी गई है और इस प्रकार इसे एक राष्ट्रीय भाषा का दर्जा प्राप्त हुआ।
13. मणिपुर में बराक नदी प्रवाहित होती है, जिसकी सहायक नदियाँ के रूप ईरांग, माक़ू और तुइवई है।
14. मणिपुर में लोकटक झील एवं तैरता हुआ पार्क केवुल लामजाओ है, जिसे फुमडी कहा जाता है।
15. कृषि के बाद सबसे अधिक रोज़गार देने वाला कुटीर उद्योग हथकरघा उद्योग है। यह उद्योग आय का एक महत्त्वपूर्ण स्रोत है विशेषकर महिला बुनकरों के लिए यह आदर्श है। यह उनके सामाजिक और आर्थिक जीवन का एक अविभाज्य अंग है।

मणिपुर का पर्यटन केंद्र
* मणिपुर में जाने के लिए चाहे वह पर्यटक हो या उनका जन्म यहीं पर हुआ हो, प्रतिबंधित क्षेत्र का परमिट लेना आवश्यक होता है। यह परमिट मुख्य महानगरों में स्थित क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय से मिलता है। यह परमिट दस दिन तक ही वैध होता है।
* मनमोहक प्राकृतिक भू दृश्यों से मणिपुर पर्यटकों को आकर्षित करता है। मुख्य पर्यटन केंद्र हैं- कांगला, श्री गोविंद जी मंदिर, खारीम बंद बाज़ार (इमा कैथल) , युद्ध स्मारक, शहीद मीनार, नूपी लेन (स्त्रियो का युद्ध) स्मारक परिसर, खोगंमपट्ट उद्यान, विष्णु मंदिर, सेंदरा, मारह, सिरोय गांव, सिरोय पहाडिया, ड्यूको घाटी, लोकटक झील, दज़ुको घाटी, कैबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान, राज्यकीय संग्रहालय, केनिया पर्यटक आवास, खोग्जोम युद्ध स्मारक परिसर आदि है।

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