स्वस्थ रहने के लिए क्या करे?
- प्रातःकाल उठकर कुल्ला करके एक गिलास ताजा जल पीयें, सूर्योदय से पहले उठें। इससे चित्त अति प्रसन्न रहता है।
- रात को किसी तांबे के बर्तन में पानी रख दें। प्रातःकाल शौच जाने से पूर्व नित्य उस पानी को पीते रहने से पाखाना खुलकर आता है, कब्ज नहीं रहती।
- प्रातः कल में ताम्रपात जल से मुँह धोते समय, मुंह में पानी भरकर आंखों पर पानी के छींटें मारने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।
- शौच करते समय दांतों को खूब दबाकर बैठन चाहिए। क्योकि इससे दांत जीवन भर नहीं हिलते और कभी भी लकवा रोग की शिकायत नहीं होती है।
- भोजन करने से पहले हमेशा हाथ, मुंह और पैरों धोने चाहिए। क्योकि इससे जठराग्नि का मुंह खुल जाता है और भोजन से पूर्व पानी पीयें।
- भोजन करते समय पानी न पीयें। अगर विशेष आवश्यकता हो तो एक छूट ले सकते हैं। भोजन के एक घंटे बाद ही पानी पीयें, इससे भोजन पेट में आसानी से पच जाता है।
- भोजन के बाद कुछ देर घूमना अत्यंत लाभदायक है। भोजन के बाद बायां स्वर बंद करने से पाचन शक्ति बढ़ती है। रात्रि में सोने से पहने पानी पीना भी हितकारी है।
- सप्ताह में कम से कम एक बार सरसों के तेल की मालिश अवश्य करें। चिन्ता करने से जितनी स्वास्थ्य की हानि होती है उतनी किसी भी रोग से नहीं होती।
- खाना खाने के बाद उठकर पेशाब कर लेने से धातुक्षीणता की बीमारी नहीं होती। स्वप्न दोष का खतरा भी नहीं होता।
- मधुमेह के रोगी जिनके पेशाब में चीनी आती है। अगर सुबह शाम नित्य दौड़ लगायें तो बिना औषधि के पेशाब में शक्कर आना रुक जाता है।
- अगर किसी व्यक्ति ने शराब ज्यादा पी ली हो तो एक कागजी नींबू का रस पिलाने से नशा कम हो जाता है। नींबू का रस शराब व अफीम दोनों के नशे के जल्दी उतार देता है।
- अगर किसी व्यक्ति को भांग का नशा ज्यादा हो गया है तो उसे आधी छटांक अरहर की दाल पानी में उबालकर पिलाने से नशे का प्रभाव तुरंत कम हो जाता है।
- अगर आपने ज्यादा आम खा लियें हों तो ऊपर से दो चार जामुन खा लेने से कोई नुकसान नहीं होगा। अगर ज्यादा जामुन खा लें तो ऊपर से एक दो आम खा लेने से नुकसान नहीं होगा।
स्वस्थ रहने के लिए क्या करे?
स्वस्थ रहने के नियम
1. बासी मांस न खायें।
2. तुरन्त का जमा दही न खायें।
3. रात्रि में फल न खायें।
4. सूर्य की ओर मुंह करके मूत्र त्याग न करें।
5. देव मंदिर, श्मशान, बरगद, पीपल व नदी, इन स्थानों के पास मूत्र विसर्जन न करें।
6. भोजन के समय क्रोध न करें।
7. दही के साथ मूली का सेवन न करें।
8. लौकी व उरद की दाल एक साथ न खायें।
9. मछली व दूध एक साथ सेवन न करें।
10. रोग और दुश्मन को छोटा नहीं समझना चाहिए।
आलसी व्यक्ति | Prerak Prasang – प्रेरक प्रसंग