पुराना स्मार्टफोन भी काम का है, आप भी जान लो…
बिना Wi-Fi के आजकल कोई काम नहीं होता और यदि आपके पास Wi-Fi कनेक्शन नहीं है तो पुराना स्मार्टफोन सबसे सही जुगाड़ है. एक वाई-फाई डॉन्गल लेंगे तो कम से 2000 रुपये खर्च होंगे, लेकिन आपके पुराने स्मार्टफोन से यही काम फ्री में हो जाएगा. एक सिम लीजिए और उसमें डेटा प्लान वाला रिचार्ज कर अपने पुराने स्मार्टफोन को लगा दीजिए काम पर. उम्मीद है कि आपको हॉटस्पॉट बनाना आता होगा. बस स्मार्टफोन की सेटिंग्स में जाइए. वहां नेटवर्क वाले विकल्प पर जाइए और ऑन कर दीजिए हॉटस्पॉट का विकल्प. अब घर के कई लोग एक साथ इंटरनेट का मजा ले पाएंगे.
आप घर या ऑफिस में सिक्योरिटी कैमरा यूज करना चाहते हैं तो पुराना स्मार्टफोन आपके काम आ सकता है. किसी भी ऊंची जगह पर लगा दीजिए या फिर स्टैंड पर रख दीजिए. बिना कोई अतिरिक्त खर्च आपका सिक्योरिटी कैमरा तैयार हो गया. अपने नए स्मार्टफोन और पुराने हैंडसेट में Alferd CCTV ऐप या फिर आईपी वेबकेम ( Webcam) जैसे कोई भी ऐप डाउनलोड कीजिए और उसके बाद दोनों फोन पर अपने जीमेल से लॉग इन कीजिए और CCTV कैमरा तैयार हो गया. अब घर के अंदर बच्चों पर नजर रखिए.
लैपटॉप या कंप्यूटर पर वेबकैम होता है, लेकिन उसकी क्वालिटी कोई खास नहीं होती है. अभी भी जूम कॉल का दौर खत्म नहीं हुआ है तो अच्छी वीडियो क्वालिटी के लिए पुराने स्मार्टफोन का कैमरा लैपटॉप के कैमरे से हमेशा बेहतर ही रहेगा. अपने पुराने स्मार्टफोन की सेटिंग्स में जाकर पहले डेवलपर ऑप्शन ऑन कीजिए. डेवलपर ऑप्शन तक पहुंचने के लिए अबाउट फोन वाले विकल्प में जाएं. वहां बिल्ड नंबर लिखा हुआ मिलेगा. उस पर लगातार टैप कीजिए. फिर डेवलपर ऑप्शन एक्टिव हो जाएगा. फिर यूसबी डीबगिंग को ऑन कीजिए. अब लैपटॉप या कंप्यूटर से यूएसबी केबल के ज़रिए कनेक्ट कीजिए. गूगल प्ले स्टोर से अपने स्मार्टफोन में iV Cam ऐप डाउनलोड कीजिए. यही ऐप आप अपने लैपटॉप या कंप्यूटर पर भी डाउनलोड कीजिए कंपनी की वेबसाइट पर जाकर. इंस्टॉलेशन प्रोसेस पूरा कीजिए और आपका काम हो गया. आपके लैपटॉप पर इस ऐप के ज़रिए आपके फोन के कैमरा का आउटपुट नज़र आने लगेगा. अब आपके मन में सवाल आएगा कि स्मार्टफोन के आउपुट को वेबकैम के लिए इनपुट कैसे बनाया जाए. यहां बदलना होगा सोर्स को. जब वेबकैम इस्तेमाल हो रहा है किसी ऐप पर. वहां पर आप कैमरे का सोर्स बदल दें. उसे iV Cam कर दें.
पुराना स्मार्टफोन एक बढ़िया माउस का काम भी बखूबी कर सकता है. अपने स्मार्टफोन और लैपटॉप पर Wi-Fi Mouse ऐप डाउनलोड कीजिए. सबसे पहले ये सुनिश्चित कीजिए कि आपके हैंडसेट और लैपटॉप एक ही वाई-फाई नेटवर्क से कनेक्ट हैं. अब आएगी बात पर्मिशन देने की. इसके बाद पल भर में आपका फोन ट्रेकपैड का काम करने लगेगा. आप फोन को मीडिया कंट्रोल के लिए भी यूज कर सकते हैं.
आजकल स्मार्टफोन छोटी स्क्रीन साइज के तो रहे नहीं तो आपका Old Smartphone पुरानी यादों को सहेजने का काम बखूबी कर सकता है. अपने पुराने स्मार्टफोन में फोटो ट्रांसफर कीजिए और एक बढ़िया सा स्टैंड खरीदकर लगा दीजिए. फोन का फोटो ऐप स्लाइड शो का ऑप्शन देता है. यदि आपके फोन में नहीं है तो आप गूगल प्ले स्टोर से कोई सा भी ऐप डाउनलोड कर सकते हैं. फिर कर दीजिए स्लाइड शो शुरू. आप चाहें तो वर्किंग डेस्क पर रखकर डिजिटल क्लॉक या डिजिटल कैलेंडर भी बना सकते हैं.
कार में बेहतरीन इंफोटेनमेंट अभी भी सभी के लिए सुलभ नहीं है. म्यूजिक सिस्टम तो होता है लेकिन स्क्रीन अभी भी सभी कारों का हिस्सा नहीं हैं. आप अपने फोन को इसके लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. बस फोन को कार के सिस्टम से कनेक्ट कर दीजिए. फिर गाने सुनिए, या मैप्स चलाइए. दोनों ही स्थिति में बाकी काम म्यूजिक सिस्टम को करने दीजिए. अब ये मत पूछिएगा कि डेटा का क्या? सिम कार्ड वाली बात हमने आपको पहले ही बताई है.
वैसे हम बच्चों के फोन इस्तेमाल करने के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन आज ये मजबूरी बन चुकी है. पुराने स्मार्टफोन में बच्चे की ऑनलाइन क्लास का ऐप डाउनलोड कीजिए और क्लास के समय आपके फोन के इस्तेमाल से मुक्ति. एक बात का ध्यान रखिए कि सिर्फ सीमित ऐप्स ही डाउनलोड कीजिए और स्क्रीन टाइम भी लिमिटेड रखिए जिससे बच्चे की सेहत पर असर ना पड़े.
हमें पूरा भरोसा है कि पुराने स्मार्टफोन का इस्तेमाल बस इतना नहीं होगा, और भी तरीके होंगे जो आपको पता होंगे तो आप भी हमसे साझा कीजिए.