एक गाँव में रहने वाला लड़का नामक ‘रवि’ बहुत ही उत्साही और प्रेरणास्पद बालक था। उसके पिता ने उसे हमेशा यह सिखाया कि संयम और जिम्मेदारी के साथ जीवन को निर्माण करना जरूरी होता है।
एक दिन, रवि को उसके गाँव के सरपंच ने वन में जाकर पेड़ों को लगाने का काम सौंपा। रवि ने उसे बड़ी ध्यानपूर्वक और संयम से किया। उसने बिना किसी विलम्ब के काम किया और पेड़ों को ध्यान से सिंचाई की।
कुछ ही महीनों में, वहाँ की धरती हरियाली से भर गई और पेड़-पौधे बहुत तेजी से बढ़ने लगे। लोगों ने रवि की प्रशंसा की और उन्होंने उसे गाँव का सम्मानित नागरिक घोषित किया।
रवि ने अपने पिता की शिक्षा का सार समझा और वह जिम्मेदारी के साथ अपने काम का सामना किया। उसने संयम के साथ अपने कार्य को पूरा किया और इस तरह से गाँव के विकास में अपना योगदान दिया।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि संयम और जिम्मेदारी के साथ किया गया हर काम सफलता की ओर ले जाता है। रवि ने अपने काम में संयम और जिम्मेदारी दिखाई, जिससे उसने अपने लक्ष्य को हासिल किया और अपने गाँव का विकास किया।