महावीर जयंती जैन धर्म के लिए महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। इस दिन जैनधर्म के 24वें तीर्थंकर श्री महावीर भगवान जी के जन्म का पावन त्योहार मनाया जाता है। इस साल महावीर जयंती 14 अप्रैल दिन गुरुवार को मनाई जा रही है। इनका जन्म 6वीं शताब्दी ईसा पूर्व में बिहार में हुआ था। मात्र 30 वर्ष की आयु में इन्होंने आध्यात्मिक मार्ग को चुन लिया था।
भगवान महावीर का साधना काल 12 वर्ष का था। दीक्षा लेने के उपरान्त भगवान महावीर ने दिगम्बर साधु की कठिन चर्या को अंगीकार किया और निर्वस्त्र रहे। श्वेतांबर सम्प्रदाय जिसमें साधु श्वेत वस्त्र धारण करते है के अनुसार भी महावीर दीक्षा उपरान्त कुछ समय छोड़कर निर्वस्त्र रहे और उन्होंने केवल ज्ञान की प्राप्ति भी दिगम्बर अवस्था में ही की। अपने पूरे साधना काल के दौरान महावीर ने कठिन तपस्या की और मौन रहे।
भगवान महावीर ने बिहार के पावापुरी (राजगीर) में कार्तिक कृष्ण अमावस्या को निर्वाण (मोक्ष) प्राप्त किया। पावापुरी में एक जल मंदिर स्थित है जिसके बारे में कहा जाता है कि यही वह स्थान है जहाँ से महावीर स्वामी को मोक्ष की प्राप्ति हुई थी।