तोरी में एपिजेनिन और ल्यूटोलिन जैसे तत्व पाए जाते हैं। ये इंसुलिन का उत्पादन बढ़ाते हैं और शरीर में शुगर के सही इस्तेमाल में मदद करते हैं।
परवल (Pointed Gourd)
परवल में मौजूद ट्राइकोसैंथिन और ल्यूपोल ब्लड शुगर को नियंत्रित करने और इंसुलिन की संवेदनशीलता बढ़ाने का काम करते हैं।
कुंदरू/टिंडोरा (Ivy Gourd)
यह सब्जी प्राकृतिक रूप से इंसुलिन जैसी क्रिया करती है और ब्लड शुगर लेवल को कम करती है।
ग्वार फली (Cluster Beans)
ग्वार फली में ग्वार गम नाम का घुलनशील फाइबर होता है, जो भोजन के बाद ब्लड शुगर को अचानक बढ़ने से रोकता है।
चिचिंडा (Snake Gourd)
इसमें पाए जाने वाले सैपोनिन और फ्लेवोनोइड्स शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं और ग्लूकोज सहनशीलता को बढ़ाते हैं।
सहजन की फली (Drumsticks)
सहजन की फली में मौजूद क्लोरोजेनिक एसिड खाने के बाद ब्लड शुगर को बढ़ने नहीं देता और डायबिटीज रोगियों के लिए उपयोगी है।
डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद सब्जियां
करेला (Bitter Gourd)
करेला डायबिटीज का पुराना घरेलू इलाज माना जाता है। इसमें मौजूद चारांटिन और पॉलीपेप्टाइड-पी नेचुरल इंसुलिन की तरह काम करते हैं।
कच्चा पपीता (Raw Papaya)
कच्चे पपीते में पेपिन और फ्लेवोनॉयड्स पाए जाते हैं। ये ब्लड शुगर लेवल को संतुलित करने और पैंक्रियाज को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं।
कंटोला (Spiny Gourd)
कंटोला में मौजूद फेनोलिक यौगिक इंसुलिन की संवेदनशीलता को बढ़ाते हैं और ब्लड शुगर को कम करने में मदद करते हैं।
कैसे शामिल करें इन सब्जियों को डाइट में?
इन सब्जियों को आप अपनी डाइट में अलग-अलग तरीकों से शामिल कर सकते हैं। इन्हें उबालकर, सूप बनाकर, सब्जी के रूप में या सलाद में खाया जा सकता है। अगर रोज़ाना इन सब्जियों में से किसी एक का सेवन किया जाए तो ब्लड शुगर को प्राकृतिक रूप से कंट्रोल किया जा सकता है।