अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस
प्रतिवर्ष 11 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 19 दिसंबर वर्ष 2011 को प्रस्ताव पारित करके 11 अक्तूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। इस बार यानी वर्ष 2021 में 9वाँ अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस 11 अक्तूबर को जबकि राष्ट्रीय बालिका दिवस 24 जनवरी को मनाया जाता है। पहली बार अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन वर्ष 2012 में किया गया था।
राष्ट्रीय बालिका दिवस उद्देश्य:
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बालिकाओं के लिए इस दिन को मनाने का सबसे मुख्य उद्देश्य है- कन्या भ्रूण हत्या, बाल विवाह, महिला सशक्तिकरण जैसी रुढ़िवादी प्रथायें बहुत हुआ करती थी, जिसके चलते शिक्षा, पोषण, कानूनी अधिकार और चिकित्सा देखभाल जैसे उनके मानव अधिकार उन्हें नहीं दिए जाते थे. किन्तु अब आधुनिक समय में उन्हें उनके अधिकार देने एवं उसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कई प्रयास किये जा रहे हैं. दुनिया भर में लड़कियों के लिए होने वाली लैंगिक असामनताओं को खत्म करने के बारे में जागरूकता फैलाना भी है. इन असमानताओं में शिक्षा, पोषण, कानूनी अधिकार, चिकित्सा देखभाल तक पहुँच और भेदभाव आदि क्षेत्र शामिल हैं, जहाँ उन्हें समान रूप से अधिकार नहीं दिये जाते हैं. महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा, दुर्व्यवहार एवं उनका जबरन विवाह करना जैसी रुढ़िवादी परंपराओं को ख़त्म करना भी इसका एक उद्देश्य है.
2021 theme – “Digital generation. Our generation.”
🔷International girl child day Was First time observed on 11 october 2012
🔷This year Day of the Girl Child is also significant as the ‘Generation Equality’ campaign was launched
🔷‘Dhanalakshmi’ – strengthen the status of a girl child in the society
🔷‘Sukanya Samriddhi Yojana’ – The scheme was initiated in the year 2015 to create a Saving account for the girl child in the future.
🔷‘Beti Bachao Beti Padhao’ – Launched in the year 2015 to promote awareness and benefits for the welfare of girl children.
🔷National Girl Child Day – 24 January
🔷Tamil Nadu announced to celebrate February 24 as ‘State girl child protection day’ as remembran